भारत के प्राचीन साहित्य एवं साहित्यकार | UPSC, PSC परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

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प्राचीन भारतीय ज्ञान-विज्ञान की समृद्ध परंपरा का अन्वेषण

प्रमुख साहित्य एवं उनके रचयिता

वैदिक साहित्य

  • ऋग्वेद - प्राचीनतम वेद, ऋषियों द्वारा रचित
  • यजुर्वेद - यज्ञों के मंत्रों का संग्रह
  • सामवेद - संगीतमय मंत्र
  • अथर्ववेद - जादू-टोना और चिकित्सा से संबंधित

उपनिषद

  • बृहदारण्यक उपनिषद - याज्ञवल्क्य द्वारा रचित
  • छांदोग्य उपनिषद - प्रमुख दार्शनिक विचार
  • कठोपनिषद - यम-नचिकेता संवाद

महाकाव्य

  • रामायण - वाल्मीकि
  • महाभारत - वेदव्यास (कृष्ण द्वैपायन)
  • भगवद्गीता - महाभारत का भाग

पुराण

  • विष्णु पुराण - पराशर
  • शिव पुराण - शैव परंपरा
  • भागवत पुराण - कृष्ण भक्ति से संबंधित

दक्षिण भारतीय साहित्य

संगम साहित्य

  • तोल्काप्पियम - प्राचीनतम तमिल व्याकरण
  • पुरानानूरु - बाह्य युद्धों का वर्णन
  • अहनानूरु - आंतरिक जीवन का चित्रण

भक्ति साहित्य

  • तिरुक्कुरल - तिरुवल्लुवर
  • तेवरम - नयनमार, अप्पार, सुन्दरमूर्ति
  • दिव्य प्रबंधम - आलवार संत

अन्य महत्वपूर्ण रचनाएँ

  • सिलप्पदिकारम - इलंगो आदिगल
  • मणिमेखलै - बौद्ध दार्शनिक काव्य
  • कुरल - तिरुवल्लुवर

विदेशियों के यात्रा विवरण

यात्री रचना विवरण काल
मेगस्थनीज इंडिका चंद्रगुप्त मौर्य के शासन का वर्णन 300 ई.पू.
फाह्यान फो-कुओ-की गुप्तकालीन भारत का वर्णन 5वीं शताब्दी
ह्वेन त्सांग सी-यू-की हर्षवर्धन के शासन का विवरण 7वीं शताब्दी
अलबरूनी किताब-उल-हिन्द महमूद गजनवी के साथ भारत आया 11वीं शताब्दी

बौद्ध एवं जैन ग्रंथ

बौद्ध साहित्य

  • त्रिपिटक - विनय पिटक, सुत्त पिटक, अभिधम्म पिटक
  • जातक कथाएँ - बुद्ध के पूर्व जन्मों की कथाएँ
  • मिलिंदपन्हो - मेनेंडर और नागसेन का संवाद
  • दीपवंश/महावंश - श्रीलंका का बौद्ध इतिहास

जैन साहित्य

  • आगम साहित्य - जैन धर्म के मूल ग्रंथ
  • कल्पसूत्र - भद्रबाहु द्वारा रचित
  • परिशिष्ट पर्व - हेमचंद्र
  • तत्त्वार्थ सूत्र - उमास्वामी

अन्य प्रमुख भारतीय ग्रंथ

मौर्यकालीन साहित्य

  • अर्थशास्त्र - कौटिल्य (चाणक्य)
  • मुद्राराक्षस - विशाखदत्त
  • इंडिका - मेगस्थनीज (यूनानी राजदूत)

गुप्तकालीन साहित्य

  • कामसूत्र - वात्स्यायन
  • मेघदूत - कालिदास
  • अभिज्ञानशाकुंतलम - कालिदास
  • पंचतंत्र - विष्णु शर्मा

गुप्तोत्तर काल का साहित्य

  • हर्षचरित - बाणभट्ट
  • कादम्बरी - बाणभट्ट
  • राजतरंगिणी - कल्हण

पिछले वर्षों के प्रश्न (PYQs)

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा ग्रंथ कालिदास द्वारा रचित नहीं है? (UPSC 2020)

उत्तर: c) मृच्छकटिक

व्याख्या: मृच्छकटिक (मिट्टी की गाड़ी) शूद्रक द्वारा रचित संस्कृत नाटक है, जबकि अन्य तीनों कालिदास की रचनाएँ हैं।

प्रश्न 2: 'मणिमेखलै' किस भाषा में रचित है? (UPSC 2019)

उत्तर: c) तमिल

व्याख्या: मणिमेखलै एक प्रसिद्ध तमिल बौद्ध महाकाव्य है जो संगम साहित्य का हिस्सा है।

प्रश्न 3: निम्नलिखित में से कौन सा ग्रंथ चंद्रगुप्त मौर्य के शासन काल का वर्णन करता है? (UPSC 2018)

उत्तर: d) उपरोक्त सभी

व्याख्या: अर्थशास्त्र (कौटिल्य), इंडिका (मेगस्थनीज) और मुद्राराक्षस (विशाखदत्त) तीनों ही चंद्रगुप्त मौर्य के शासन काल के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।

प्रश्न 4: 'अर्धनारीश्वर' किसकी रचना है? (UPSC 2018)

उत्तर: a) रवींद्रनाथ टैगोर

व्याख्या: 'अर्धनारीश्वर' रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित एक निबंध है जो लैंगिक समानता और शिव-पार्वती के अर्धनारीश्वर रूप की अवधारणा पर केंद्रित है।

प्रश्न 5: 'तमस' उपन्यास के लेखक कौन हैं? (UPSC 2017)

उत्तर: a) भीष्म साहनी

व्याख्या: 'तमस' भीष्म साहनी का प्रसिद्ध उपन्यास है जो 1947 के भारत-पाकिस्तान विभाजन की हिंसा और साम्प्रदायिकता की त्रासदी को दर्शाता है।

प्रश्न 6: 'गोदान' उपन्यास किसने लिखा? (UPSC 2016)

उत्तर: b) मुंशी प्रेमचंद

व्याख्या: 'गोदान' मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित हिंदी साहित्य का एक महत्वपूर्ण उपन्यास है जो ग्रामीण जीवन और सामाजिक असमानता को चित्रित करता है।

प्रश्न 7: 'कामायनी' के रचयिता कौन हैं? (UPSC 2015)

उत्तर: b) जयशंकर प्रसाद

व्याख्या: 'कामायनी' जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित एक महाकाव्य है जो मनु और श्रद्धा की कथा पर आधारित है।

प्रश्न 8: 'पद्मावत' के रचयिता कौन हैं? (UPSC 2014)

उत्तर: b) मलिक मुहम्मद जायसी

व्याख्या: 'पद्मावत' मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा अवधी भाषा में रचित एक प्रेमाख्यानक काव्य है जो रानी पद्मावती और राजा रतनसेन की कथा पर आधारित है।

प्रश्न 9: सूची-I को सूची-II से सुसंगत कीजिए और सही उत्तर चुनिए: (UPPSC RO/ARO Mains 2017)

सूची-I

A. अष्टाध्यायी

B. महाभाष्य

C. निरुक्त

D. वार्तिक

सूची-II

1. यास्क

2. कात्यायन

3. पतंजलि

4. पाणिनि

उत्तर: a) 4 3 1 2

व्याख्या:

  • अष्टाध्यायी → पाणिनि
  • महाभाष्य → पतंजलि
  • निरुक्त → यास्क
  • वार्तिक → कात्यायन

प्रश्न 10: निम्नलिखित में मिलिंद पन्हो का लेखक कौन है? (Himachal PCS Pre-2014)

उत्तर: a) नागसेन

व्याख्या: मिलिंद पन्हो 'नागसेन' द्वारा रचित पालि भाषा का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इस ग्रंथ में यूनानी राजा मिलिंद (मेनांडर) और बौद्ध भिक्षु नागसेन का दार्शनिक वार्तालाप वर्णित है।

अश्वघोष कुषाण राजा कनिष्क के दरबार में एक महान विद्वान थे। उनकी प्रमुख कृतियाँ - बुद्धचरित, सौन्दरनन्द तथा सारिपुत्र प्रकरण आदि हैं।

धर्मपाल बंगाल के पाल वंश का एक महत्वपूर्ण शासक था। वह एक उत्साही बौद्ध था तथा उसके लेखकों ने उसे परमसौगात कहा है। उसने विक्रमशिला तथा सोमपुरी (पहाड़पुर) में प्रसिद्ध विहारों की स्थापना की।

प्रश्न 11: सूची-I में दिए गए भारतीय दर्शन के स्कूल का मिलान सूची-II में दिए गए उनके उपदेशकों के नाम से कीजिए और नीचे दिए विकल्पों में सही उत्तर चुनिए: (Haryana PSC Pre-2017)

सूची-I

1. सांख्य

2. योग

3. न्याय

4. मीमांसा

सूची-II

(A) पतंजलि

(B) कपिल

(C) जैमिनि

(D) गौतम

उत्तर: a) B A D C

व्याख्या:

  • सांख्य - कपिल
  • योग - पतंजलि
  • न्याय - गौतम
  • मीमांसा - जैमिनि

प्रश्न 12: निम्नलिखित में से कौन तमिल रामायण का लेखक है? (Himachal PSC Pre-2013)

उत्तर: d) कम्बन

व्याख्या: तमिल रामायण (रामावतारम्) के रचयिता कंबन चोल राजा कुलोतुंग तृतीय के दरबार में थे। उन्होंने रामायण की रचना अपने संरक्षक सदस्य बल्लाल के प्रोत्साहन से की। कंबन कृत रामायण में 1000 पद हैं। उन्होंने उत्तरकांड के विषय में कुछ नहीं लिखा। उनकी रामायण राम के राज्याभिषेक पर समाप्त हो जाती है।

प्रश्न 13: बौधायन के अनुसार निम्नलिखित में से किन देशों को अपवित्र कहा गया है जहाँ तीर्थयात्रा को छोड़कर यात्रा नहीं करनी चाहिए? (IAS Pre - Optional History 1993)

1. बंग
2. सौराष्ट्र
3. शूरसेन
4. मगध

उत्तर: b) 1, 2 and 4

व्याख्या: बौधायन के अनुसार बंग (बंगाल), सौराष्ट्र (गुजरात) तथा मगध में तीर्थयात्रा को छोड़कर यात्रा नहीं करना चाहिए। वास्तव में यह देश उस समय आर्यवर्त से बाहर थे और अपवित्र समझे जाते थे, इसलिए बौधायन जैसे सूत्रकारों ने यह प्रावधान बनाए।

प्रश्न 14: निम्न कृतियों का कालक्रमानुसार सही क्रम में संयोजन कीजिए: (IAS Pre - Optional History 1992)

1. Periplus of the Erithrian Sea
2. Geography of Ptolemy
3. Indica of Megasthenes
4. Cosmos

उत्तर: a) 3, 2, 1, 4

व्याख्या:

  • मेगस्थनीज की इंडिका: चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में लिखी गई।
  • टॉलेमी की ज्योग्राफी: इंडिका के बाद लिखी गई।
  • पेरिप्लस ऑफ द एरिथ्रियन सी: इस ग्रंथ में समुद्री व्यापार की बात की गई है।
  • कॉस्मास: यह एक यात्रा वृत्तांत है जो सबसे बाद का है।

प्रश्न 15: निम्नलिखित में से कौन से दो नाटक कालिदास ने अभिज्ञानशाकुंतलम् से पहले लिखे थे? (UPSC CDS 1st 2010, IAS Pre Opt. History 2007)

1. विक्रमोर्वशीयम्
2. मालविकाग्निमित्रम्
3. स्वप्नवासवदत्ता
4. कादंबरी

उत्तर: a) 1 and 2

व्याख्या: कालिदास को सात ग्रंथों के प्रणयन का श्रेय दिया जाता है -

  • महाकाव्य: रघुवंश, कुमारसंभव
  • खंडकाव्य (गीतिकाव्य): मेघदूत, ऋतुसंहार
  • नाटक: मालविकाग्निमित्रम्, विक्रमोर्वशीयम्, अभिज्ञानशाकुंतलम्

स्वप्नवासवदत्ता 'भास' की रचना है और कादंबरी बाणभट्ट की कृति है। अतः सही उत्तर है विक्रमोर्वशीयम् और मालविकाग्निमित्रम्।

निष्कर्ष

भारत का प्राचीन साहित्य न केवल साहित्यिक दृष्टि से बल्कि ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और दार्शनिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह साहित्य हमें प्राचीन भारतीय समाज, राजनीति, अर्थव्यवस्था और धर्म के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है। UPSC परीक्षा की दृष्टि से यह विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है और पिछले कई वर्षों में इससे संबंधित प्रश्न पूछे जाते रहे हैं।

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