उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (UPPSC Civil Services : Mains)


U(caps)PPSC - PCS Syllabus In Hindi: हर साल UPPSC परीक्षा द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की सिविल सेवाओं में उच्च पदों पर चयन हेतु तीन चरणों में प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन होता है। प्रथम चरण में प्रारम्भिक परीक्षा (UPPSC Prelims) वही द्वितीय चरण में मुख्य परीक्षा (UPPSC Mains) एवं तृतीय चरण में साक्षात्कार (Interview) को पास करना होता है। इसके लिए अभ्यर्थी के पास योग्यता के रूप में कम से कम बैचलर डिग्री होनी चाहिए। प्रारम्भिक परीक्षा के पाठ्यक्रम के विषय में जानने के लिए.... Click Here


उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम

UPPSC सिविल सेवा परीक्षा का दूसरा चरण मुख्य परीक्षा है। जो उम्मीदवार प्रारम्भिक परीक्षा को पास करते हैं अर्थात वे उम्मीदवार जो प्रिलिम्स के सामान्य अध्ययन पेपर I में कटऑफ से ऊपर और सामान्य अध्ययन पेपर- II (CSAT) में 33% से अधिक अंक प्राप्त करते हैं, वे UPPSC मेन्स परीक्षा के लिए पात्र होते हैं। उम्मीदवारों को तीसरे और अंतिम चरण में साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण देने से पहले UPPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (लिखित) देना होता है।

⭐ Note : UPPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का पैटर्न नीचे दिया गया है। आगामी यूपीपीएससी मुख्य परीक्षा के परीक्षा पैटर्न या पाठ्यक्रम में यदि कोई भी बदलाव होता है तो इसे जल्द ही अपडेट कर दिया जाएगा।

📋 UPPSC PCS मुख्य परीक्षा पैटर्न

📊 कुल अंक

1500 अंक

⏱ पेपर अवधि

प्रत्येक 3 घंटे

📝 पेपर विवरण:

  • भाषा पेपर - सामान्य हिंदी (150 अंक)
  • निबंध - वर्णनात्मक प्रकार (150 अंक)
  • सामान्य अध्ययन - 4 पेपर (प्रत्येक 200 अंक)
  • उत्तर प्रदेश विशेष - 2 पेपर (प्रत्येक 200 अंक)

ℹ️ नोट: उत्तर प्रदेश सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के वर्तमान पैटर्न के अनुसार, UPPSC Mains में आठ थ्योरी पेपर (निबंध वर्णनात्मक प्रकार) शामिल है। पीसीएस परीक्षा कुल 1500 अंकों की होती है तथा इस परीक्षा में आठ पेपर होते हैं। यूपीपीएससी पीसीएस मुख्य परीक्षा में प्रश्न सामान्य हिंदी, निबंध, सामान्य अध्ययन से पूछे जाते हैं, जिसमें से 1 भाषा का पेपर, एक निबंध का, 4 सामान्य अध्ययन के तथा 2 उत्तर प्रदेश से संबंधित विषय के पेपर होते हैं। सभी पेपर तीन घंटे की अवधि के होते हैं। सिविल सेवा परीक्षा के लिए यूपीपीएससी मेन्स पैटर्न नीचे दिया गया है:


मुख्य परीक्षा (एक नजर)

प्रश्न क्रमांक विषय अधिकतम अंक
प्रश्नपत्र-1 सामान्य हिंदी 150 अंक
प्रश्नपत्र-2 निबंध 150 अंक
प्रश्नपत्र-3 सामान्य अध्ययन-1: (भारतीय विरासत एवं संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल तथा समाज) 200 अंक
प्रश्नपत्र-4 सामान्य अध्ययन-2: (शासन व्यवस्था, संविधान, राजव्यवस्था, सामाजिक न्याय एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध) 200 अंक
प्रश्नपत्र-5 सामान्य अध्ययन-3: (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा-प्रबंधन) 200 अंक
प्रश्नपत्र-6 सामान्य अध्ययन-4: (नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा एवं अभिवृत्ति) 200 अंक
प्रश्नपत्र-7 सामान्य अध्ययन-5: (उत्तर प्रदेश) 200 अंक
प्रश्नपत्र-8 सामान्य अध्ययन-6: (उत्तर प्रदेश) 200 अंक
लिखित परीक्षा कुल अंक: 1500 अंक
व्यक्तित्व परीक्षण: 100 अंक
कुल अंक: 1600 अंक

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UPPSC PCS परीक्षा पैटर्न अपडेट

  • राज्य सरकार की ग्रुप ए और ग्रुप बी अधिकारी पदों के लिए पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है
  • नया यूपीपीएससी परीक्षा पैटर्न 2024 यूपीएससी परीक्षा पैटर्न पर आधारित है
  • नवीनतम अधिसूचना के अनुसार पीसीएस परीक्षा पैटर्न में संशोधन किया गया है

परीक्षा पैटर्न में महत्वपूर्ण संशोधन

  • यूपीपीसीएस मेन्स के लिए अब आठ पेपर की आवश्यकता होगी
  • वैकल्पिक विषय चयन अब उपलब्ध नहीं है
  • दो वैकल्पिक विषय के पेपरों को उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान के अनिवार्य पेपरों से बदल दिया गया है
ℹ️ नोट: यह परिवर्तन UPPSC की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार हैं

प्रश्नपत्र -1 (सामान्य हिन्दी)

(1) दिये हुए गद्य खंड का अवबोध एवं प्रश्नोत्तर।
(2) संक्षेपण।
(3) सरकारी एवं अर्धसरकारी पत्र लेखन, तार लेखन, कार्यालय आदेश, अधिसूचना, परिपत्र।
(4) शब्द ज्ञान एवं प्रयोग - (अ) उपसर्ग एवं प्रत्यय, (ब) विलोम शब्द (स) वाक्यांश के लिये एक शब्द (द) वर्तनी एवं वाक्य शुद्धि
(5) लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे।


प्रश्नपत्र -2 (निबंध)

निबंध हिंदी, अंग्रेज़ी अथवा उर्दू में लिखे जा सकते हैं। निबंध के प्रश्नपत्र में 3 खंड होंगे। प्रत्येक खंड से एक-एक विषय पर 700 (सात सौ) शब्दों मे निबंध लिखना होगा। प्रत्येक खंड 50-50 अंकों का होगा। तीनों खंडों में निम्नलिखित विषयों पर आधारित निबंध के प्रश्न होंगे।

निबंध के विषय या क्षेत्र से संबंधित मुद्दे निम्नलिखित हो सकते हैं -


खण्ड-"क"

  • साहित्य और संस्कृति
  • सामाजिक क्षेत्र
  • राजनीतिक क्षेत्र

खण्ड-"ख"

  • विज्ञान, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी
  • कृषि, उद्योग एवं व्यापार
  • भारतीय अर्थव्यवस्था एवं विकास

खण्ड-"ग"

  • प्राकृतिक आपदाएँ : भू-स्खलन भूकंप, बाढ़, सूखा आदि।
  • राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम
  • राष्ट्रीय विकास योजनाएँ एवं परियोजनाएँ


प्रश्नपत्र -3 (सामान्य अध्ययन पेपर -1)

भारतीय विरासत एवं संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल तथा समाज (Indian Heritage and Culture, History and Geography of the World and Society)

  • यूनिट-1: भारतीय संस्कृति के इतिहास में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला-रूप, साहित्य एवं वास्तुकला के महत्त्वपूर्ण पहलू शामिल होंगे।
  • यूनिट-2: आधुनिक भारतीय इतिहास (1757 ई. से 195% ई. तक)- महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व एवं समस्याएँ इत्यादि।
  • यूनिट-3: स्वतंत्रता संग्राम- इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न भागों से इसमें अपना योगदान देने वाले महत्त्वपूर्ण व्यक्ति / उनका योगदान।
  • यूनिट-4: स्वतंत्रता के पश्चात् देश के अंदर एकीकरण और पुनर्गठन (1965 ई. तक)। 
  • यूनिट-5: विश्व के इतिहास में 18वीं सदी से बीसवीं सदी के मध्य तक की घटनाएँ जैसे फ्रांसीसी क्रांति 1789, औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुन: सीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन शास्त्र जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद, नाजीवाद, फासीवाद इत्यादि के रूप और समाज पर उनके प्रभाव इत्यादि शामिल होंगे।
  • यूनिट-6: भारतीय समाज और संस्कृति की मुख्य विशेषताएँ।
  • यूनिट-7: महिला-समाज और महिला-संगठनों की भूमिका, जनसंख्या तथा संबद्ध समस्याएँ, गरीबी और विकासात्मक विषय, शहरीकरण, उनकी समस्याएँ और समाधान।
  • यूनिट-8: उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण का अभिप्राय और उनका भारतीय समाज के अर्थव्यवस्था, राज्यव्यवस्था और समाज संरचना पर प्रभाव। 
  • यूनिट-9: सामाजिक सशक्तीकरण, सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।
  • यूनिट-10: विश्व के प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों का वितरण- जल, मिट्टियाँ एवं वन, दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व-एशिया में (भारत के विशेष संदर्भ में)।
  • यूनिट-11: भौतिक भूगोल की प्रमुख विशिष्टताएँ- भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी क्रियाएँ, चक्रवात, समुद्री जल धाराएँ, पवन एवं हिम सरिताएँ।
  • यूनिट-12: भारत के सामुद्रिक संसाधन एवं उनकी संभाव्यता।
  • यूनिट-13: मानव प्रवास- विश्व की शरणार्थी समस्या - भारत उपमहाद्वीप के संदर्भ में।
  • यूनिट-14: सीमांत तथा सीमाएँ- भारत उपमहाद्वीप के संदर्भ में।
  • यूनिट-15: जनसंख्या एवं अधिवास- प्रकार एवं प्रतिरूप, नगरीकरण, स्मार्ट नगर एवं स्मार्ट ग्राम।




प्रश्नपत्र -4 (सामान्य अध्ययन पेपर -2)

शासन व्यवस्था, संविधान, शासन प्रणाली, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध (Governance, Constitution, Polity, Social Justice and International Relations)

  • यूनिट-1: भारतीय संविधान- ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएँ, संशोधन, महत्त्वपूर्ण प्रावधान तथा आधारभूत संरचना। संविधान के आधारभूत प्रावधानों के विकास में उच्चतम न्यायालय की भूमिका।
  • यूनिट-2: संघ एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व, संघीय ढाँचे से संबंधित विषय एवं चुनौतियाँ, स्थानीय स्तर पर शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियाँ।
  • यूनिट-3: केंद्र-राज्य वित्तीय संबंधों में वित्त आयोग की भूमिका।
  • यूनिट-4: शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र तथा संस्थाएँ। वैकल्पिक विवाद निवारण तंत्रों का उदय एवं उनका प्रयोग।
  • यूनिट-5: भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य प्रमुख लोकतांत्रिक देशों के साथ तुलना।
  • यूनिट-6: संसद और राज्य की विधायिका- संरचना, कार्य, कार्य-संचालन, शक्तियाँ एवं विशेषाधिकार तथा संबंधित विषय।
  • यूनिट-7: कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य- सरकार के मंत्रालय एवं विभाग, प्रभावक समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ तथा शासन प्रणाली में उनकी भूमिका। जनहित वाद (पी.आई.एल.)।
  • यूनिट-8: जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएँ।
  • यूनिट-9: विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति, शक्तियाँ, कार्य तथा उनके उत्तरदायित्व।
  • यूनिट-10: सांविधिक, विनियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय, नीति आयोग समेत- उनकी विशेषताएँ एवं कार्यभाग।
  • यूनिट-11: सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप, उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के मुद्दे एवं सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आई.सी.टी.)।
  • यूनिट-12: विकास प्रक्रियाएँ- गैर सरकारी संगठनों की भूमिका, स्वयं सहायता समूह, विभिन्न समूह एवं संघ, अभिदाता सहायतार्थ संस्थाएँ, संस्थागत एवं अन्य अंशधारक।
  • यूनिट-13: केंद्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन, इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिये गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
  • यूनिट-14: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास एवं प्रबंधन से संबंधित विषय।
  • यूनिट-15: गरीबी और भूख से संबंधित विषय एवं राजनीतिक व्यवस्था के लिये इनका निहितार्थ।
  • यूनिट-16: शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्त्वपूर्ण पक्ष, ई-गवर्नेंस-अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएँ, सीमाएँ और संभावनाएँ, नागरिक चार्टर, पारदर्शिता एवं जवाबदेही और संस्थागत व अन्य उपाय।
  • यूनिट-17: लोकतंत्र में उभरती हुई प्रवृत्तियों के संदर्भ में सिविल सेवाओं की भूमिका।
  • यूनिट-18: भारत एवं अपने पड़ोसी देशों से उसके संबंध।
  • यूनिट-19: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और / अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
  • यूनिट-20: भारत के हितों एवं अप्रवासी भारतीयों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव।
  • यूनिट-21: महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश तथा उनका कार्यभाग।
  • यूनिट-22: क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के समसामयिक घटनाक्रम।




प्रश्नपत्र -5 (सामान्य अध्ययन पेपर -3)

प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन (Technology, Economic Development, Bio- diversity, Environment, Security & Disaster Management)

  • यूनिट-1: भारत में आर्थिक नियोजन, उद्देश्य एवं उपलब्धियाँ, नीति (एन.आई.टी.आई.) आयोग की भूमिका, सतत् विकास के लक्ष्य (एस.डी.जी.)।
  • यूनिट-2: गरीबी के मुद्दे, बेरोजगारी, सामाजिक न्याय एवं समावेशी विकास।
  • यूनिट-3: सरकार के बजट के अवयव तथा वित्तीय प्रणाली।
  • यूनिट-4: प्रमुख फसलें, विभिन्न प्रकार की सिंचाई विधि एवं सिंचाई प्रणाली, कृषि उत्पादन का भंडारण, ढुलाई एवं विपणन, किसानों की सहायता हेतु ई-तकनीकी।
  • यूनिट-5: अप्रत्यक्ष एवं प्रत्यक्ष कृषि अनुदान तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से जुड़े मुद्दे, सार्वजनिक वितरण प्रणाली-उद्देश्य, क्रियान्वयन, परिसीमाएँ, सुदृढ़ीकरण खाद्य सुरक्षा एवं बफर भंडार, कृषि संबंधित तकनीकी अभियान।
  • यूनिट-6: भारत में खाद्य प्रसंस्करण व संबंधित उद्योग- कार्यक्षेत्र एवं महत्त्व, स्थान निर्धारण, उर्ध्व व अधोप्रवाह आवश्यकताएँ, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
  • यूनिट-7: भारत में स्वतंत्रता के पश्चात् भूमि सुधार।
  • यूनिट-8: भारत में वैश्वीकरण तथा उदारीकरण के प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा इनके औद्योगिक विकास पर प्रभाव।
  • यूनिट-9: आधारभूत संरचना : ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन तथा रेलवे आदि।
  • यूनिट-10: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी-विकास एवं राष्ट्रीय सुरक्षा में, भारत की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नीति का दैनिक जीवन में अनुप्रयोग।
  • यूनिट-11: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ, प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण। नवीन प्रौद्योगिकियों का विकास, प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण, द्विअनुप्रयोगी एवं तकनीकि उपयोगी प्रौद्योगिकियाँ।
  • यूनिट-12: सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर, ऊर्जा स्रोतों, नैनो प्रौद्योगिकी सूक्ष्म जीव विज्ञान, जैव प्रौद्यागिकी क्षेत्र में जागरूकता। बौद्धिक संपदा अधिकारों एवं डिजिटल अधिकारों से संबंधित मुद्दे।
  • यूनिट-13: पर्यावरणीय सुरक्षा एवं पारिस्थितिकी तंत्र, वन्य जीवन संरक्षण, जैव विविधता, पर्यावरणीय प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय संघात आंकलन।
  • यूनिट-14: आपदा: गैर-पारंपरिक सुरक्षा एवं संरक्षा की चुनौती के रूप में, आपदा उपशमन एवं प्रबंधन।
  • यूनिट-15: अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियाँ- आणविक प्रसार के मुद्दे, अतिवाद के कारण तथा प्रसार, संचार तंत्र, मीडिया की भूमिका तथा सामाजिक नेटवर्किंग, साइबर सुरक्षा के आधार, मनी लाउंडरिंग तथा मानव तस्करी।
  • यूनिट-16: भारत की आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियाँ- आतंकवाद, भ्रष्टाचार, बगावत तथा संगठित अपराध।
  • यूनिट-17: सुरक्षा बलों की भूमिका, प्रकार तथा शासनाधिकार, भारत का उच्च रक्षा संगठन।
  • यूनिट-18: कृषि, बागवानी, वानिकी एवं पशुपालन के मुद्दे।




प्रश्नपत्र -6 (सामान्य अध्ययन पेपर -4)

नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि (Ethics, Integrity and Aptitude)

  • यूनिट-1: नीतिशास्त्र तथा मानवीय अंत:संबंध : मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सारतत्त्व, इसके निर्धारक और परिणाम: नीतिशास्त्र के आयाम, निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र।
  • यूनिट-2: अभिवृत्ति : अंतर्वस्तु (कंटेंट), संरचना, कार्य, विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध, नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि, सामाजिक प्रभाव और सहमति पैदा करना।
  • यूनिट-3: सिविल सेवा के लिये अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य, सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता तथा गैर-तरफदारी, वस्तुनिष्ठता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा करुणा।
  • यूनिट-4: संवेगात्मक बुद्धि : अवधारणाएँ तथा आयाम, प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनकी उपयोगिता और प्रयोग। 
  • यूनिट-5: भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों का योगदान।
  • यूनिट-6: लोक प्रशासनों में लोक / सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्र : स्थिति तथा समस्याएँ, सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक सरोकार तथा दुविधाएँ, नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, नियमन तथा अंतर्रात्मा, जवाबदेही तथा नैतिक शासन व्यवस्था में नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे, कॉर्पोरेट शासन व्यवस्था।
  • यूनिट-7: शासन व्यवस्था में ईमानदारी : लोक सेवा की अवधारणा, शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणा पत्र, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक-निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ।
  • यूनिट-8: उपर्युक्त विषयों पर मामला संबंधी अध्ययन (केस स्टडीज़)।




प्रश्नपत्र -7 (सामान्य अध्ययन पेपर -5)

उत्तर प्रदेश (प्रश्नपत्र - 1)

  • यूनिट-1: उत्तर प्रदेश का इतिहास, सभ्यता, संस्कृति एवं प्राचीन नगर।
  • यूनिट-2: उत्तर प्रदेश की वास्तुकला, उसकी महत्ता एवं रख-रखाव, संग्रहालय, अभिलेखागार एवं पुरातत्व।
  • यूनिट-3: भारत के स्वतंत्रता संग्राम में 1857 से पहले एवं बाद में उत्तर प्रदेश का योगदान।
  • यूनिट-4: उत्तर प्रदेश के सुविख्यात स्वतंत्रता सेनानी एवं व्यक्तित्व। 
  • यूनिट-5: उत्तर प्रदेश में ग्रामीण, शहरी एवं जनजातीय मुद्दे : सामाजिक संरचना, त्योहार, मेले, संगीत, लोकनृत्य, भाषा एवं साहित्य / बोली, सामाजिक प्रथाएँ एवं पर्यटन।
  • यूनिट-6: उत्तर प्रदेश की राजव्यवस्था- शासन प्रणाली, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रिपरिषद, विधान सभा एवं विधान परिषद, केंद्र-राज्य संबंध।
  • यूनिट-7: उत्तर प्रदेश में लोक सेवाएँ, लोक सेवा आयोग, लेखा परीक्षा, महान्यायवादी, उच्च्च न्यायालय एवं उसका अधिकार क्षेत्र।
  • यूनिट-8: उत्तर प्रदेश विशेष राज्य चयन मानदंड, राजभाषा, संचित निधि एवं आकस्मिक निधि, राजनीतिक दल एवं राज्य निर्वाचन आयोग।
  • यूनिट-9: उत्तर प्रदेश में स्थानीय स्वशासन : शहरी एवं पंचायती राज, लोकनीति, अधिकार संबंधी मुद्दे।
  • यूनिट-10: उत्तर प्रदेश सुशासन, भ्रष्टाचार निवारण, लोकायुक्त, सिटीजन चार्टर, ई-गवर्नेंस सूचना का अधिकार, समाधान योजना।
  • यूनिट-11: उत्तर प्रदेश में भूमि सुधार एवं इसका प्रभाव।
  • यूनिट-12: उत्तर प्रदेश में सुरक्षा से जुड़े मुद्दे-

    (i) उग्रवाद के प्रसार एवं विकास के बीच संबंध

    (ii) बाह्य, राज्य एवं अंतर राज्यीय सक्रियकों से आंतरिक सुरक्षा के लिये चुनौतियों पैदा करने में संचार नेटवर्कों, मीडिया एवं सोशल नेटवर्किंग साइट्स की भूमिका।

    (iii) साइबर सुरक्षा के बुनियादी नियम, कालेधन को वैध बनाना एवं इसकी रोकथाम।

    (iv) विभिन्न सुरक्षा बल एवं एजेंसियाँ और उनके शासनादेश/ अधिकार-पत्र।

    (v) सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ एवं उनका प्रबंधन, संगठित अपराधों का आंतकवाद से संबंध।


  • यूनिट-13: उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था एवं नागरिक अधिकार सुरक्षा।
  • यूनिट-14: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य एवं चिकित्सीय मुद्दे।
  • यूनिट-15: उत्तर प्रदेश में शिक्षा प्रणाली।
  • यूनिट-16: भारत के विकास में उत्तर प्रदेश की भूमिका।
  • यूनिट-17: उत्तर प्रदेश की समसामयिक घटनाएँ।
  • यूनिट-18: जल शक्ति मिशन एवं अन्य केंद्रीय योजनायें एवं उनका क्रियान्वयन।
  • यूनिट-19: उत्तर प्रदेश में गैर सरकारी संगठन (एन.जी.ओ.) : मुद्दे, योगदान एवं प्रभाव।
  • यूनिट-20: उत्तर प्रदेश में पर्यटन: मुद्दे एवं संभावनायें।
  • यूनिट-21: उत्तर प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार : इसके मुद्दे एवं इसका समाज में रोज़गार एवं सामाजिक-आर्थिक विकास पर प्रभाव।




प्रश्नपत्र -8 (सामान्य अध्ययन पेपर -6)

उत्तर प्रदेश (प्रश्नपत्र - 2)

  • यूनिट-1: उत्तर प्रदेश का आर्थिक परिदृश्य : अर्थव्यवस्था एवं राज्य बजट की मुख्य विशेषताएँ, बुनियादी ढाँचा एवं भौतिक संसाधनों का महत्त्व।
  • यूनिट-2: उत्तर प्रदेश का व्यापार, वाणिज्य एवं उद्योग।
  • यूनिट-3: उत्तर प्रदेश सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाएँ, परियोजनाएँ एवं नियोजित विकास, मानव संसाधन एवं कौशल विकास।
  • यूनिट-4: उत्तर प्रदेश में निवेश मुद्दे एवं प्रभाव। 
  • यूनिट-5: उत्तर प्रदेश की लोक वित्त एवं राजकोषीय नीति, कर एवं आर्थिक सुधार, एक जिला एक उत्पाद नीति।
  • यूनिट-6: उत्तर प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा एवं गैर-नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों की योजना एवं प्रबंधन।
  • यूनिट-7: उत्तर प्रदेश की जनांकिकी, जनसंख्या एवं जनगणना।
  • यूनिट-8: उत्तर प्रदेश में कृषि का व्यावसायीकरण एवं कृषि फसलों का उत्पादन।
  • यूनिट-9: उत्तर प्रदेश की नवीन वानिकी नीति।
  • यूनिट-10: उत्तर प्रदेश की कृषि एवं सामाजिक वानिकी।
  • यूनिट-11: उत्तर प्रदेश में कृषि विविधता, कृषि की समस्याएँ एवं उनका समाधान।
  • यूनिट-12: उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में विकासीय सूचकांक।
  • यूनिट-13: उत्तर प्रदेश का भूगोल : भौगोलिक स्थिति, उच्चावच एवं संरचना, जलवायु सिंचाई, खनिज, अपवाह प्रणाली एवं वनस्पति।
  • यूनिट-14: उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभयारण्य।
  • यूनिट-15: उत्तर प्रदेश में परिवहन तंत्र।
  • यूनिट-16: उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास, शक्ति संसाधन एवं अधोसंरचना।
  • यूनिट-17: उत्तर प्रदेश में प्रदूषण एवं पर्यावरण के मुद्दे, प्रदूषण नियंत्रण परिषद एवं इनके कार्य।
  • यूनिट-18: उत्तर प्रदेश के प्राकृतिक संसाधन : मृदा, जल, वायु, वन, घास मैदान, आद्रभूमि।
  • यूनिट-19: उत्तर प्रदेश के जलवायु परिवर्तन एवं मौसम पूर्वानुमान से संबंधित मुद्दे।
  • यूनिट-20: उत्तर प्रदेश के संदर्भ में अधिवास पारिस्थितिकी तंत्र- संरचना एवं कार्य, समायोजन, जीव-जंतु एवं वनस्पतियाँ।
  • यूनिट-21: उत्तर प्रदेश में विज्ञान एवं तकनीक के मुद्दे, प्रसार एवं प्रयत्न।
  • यूनिट-22: उत्तर प्रदेश में मत्स्य, अंगूर, रेशम, फूल, बागवानी एवं पौध उत्पादन तथा उत्तर प्रदेश के विकास में इनका प्रभाव।
  • यूनिट-23: उत्तर प्रदेश के विकास में सार्वजनिक एवं निजी साझेदारी को प्रोत्साहित करना।



NOTE:

इस पेज पर मुख्य लिखित परीक्षा के सामान्य अध्ययन और निबंध पर प्रकाश डाला गया है

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